पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पहली बार अपनी मुंह से कबूल किया है कि जम्मू-कश्मीर भारतीय राज्य है। दरअसल जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे कुरैशी पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे और इसी दौरान यह सच उनकी जुबान पर आ गया।
इससे पहले यूएनएचआरसी के 42वें सत्र में पाकिस्तान ने कश्मीर पर डॉजियर के नाम पर भारत के खिलाफ 115 पेज का झूठ का पुलिंदा पेश किया। पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में कथित मानवाधिकार के हनन पर भारत के खिलाफ प्रस्ताव लाने के लिए पूरा जोर लगा रहा है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान कुरैशी ने कहा, “भारत दुनिया को यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि वहां जनजीवन सामान्य हो गया है। अगर वहां सबकुछ सामान्य हो गया है तो वे आपको (अंतराराष्ट्रीय पत्रकारों), दुनिया की दूसरी संस्थाओं, एनजीओ, नागरिक समूहों को भारतीय राज्य जम्मू-कश्मीर में जाने की इजाजत क्यों नहीं दे रहे हैं, जहां वे चीजों को खुद देख सकें कि सच्चाई क्या है। वे झूठ बोल रहे हैं। एक बार कर्फ्यू हटा दी जाए और सच्चाई सामने आएगी, तो वहां अभी हो रही बर्बादी को लेकर दुनिया की आंखें खुल जाएगी।”
कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के रोना रोने के बाद भारत उसका पूरजोर तरीके से जवाब देगा। एक अधिकारी ने कहा कि कश्मीर मसले पर पूरा डोजियर सौपेंगे, जिसमें पूरी स्थिति को समझाया जाएगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान के कुछ घंटे बाद अपना बयान देगा और भारत के पास “जवाब का अधिकार” होगा।
भारतीय पक्ष का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्वी) विजय ठाकुर सिंह कर रहे हैं और इसमें अजय बिसारिया शामिल होंगे। पाकिस्तान को जवाब देने के लिए उच्चस्तरीय टीम तैयार की गई है। बता दें कि अजय बिसारिया हाल ही में इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त थे, जिन्हें तनातनी के बीच पाकिस्तान ने वापस भेज दिया।